अंबिकापुर.
छत्तीसगढ़ सरकार में शराबी युवक पर पांच दिन बाद एफआईआर दर्ज की गयी है. लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लोगों में चर्चा है कि एफआईआर सिर्फ खानापूर्ति के लिए की गई है। गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई हो तो माने की कार्रवाई हुई है।
मामला अंबिकापुर नगर के बस स्टैंड में बस की जगह पर कार खड़ी करने को लेकर हुआ था,जँहा मना करने पर प्रधान आरक्षक से शराबी युवक राजू राजवाड़े उलझ गए थे और शराब के नशे में प्रधान आरक्षक के साथ बदसलूकी करते हुए यहां तक की उसके बैच तक को नोच दिया था। प्रधान आरक्षक देवनारायण की शिकायत पर पुलिस ने मामले मे अपराध दर्ज कर लिया है। बरहाल पुलिस ने गिरफ्तारी अब तक नहीं की है। मामला बीते 25 अगस्त के रात की है जब अम्बिकापुर बस स्टैंड में शराबी युवक ने जहां बस खड़ी होती है वहां अपनी कार खड़ा कर दिया था, प्रधान आरक्षक द्वारा मना करने पर वह उल्टे उसी से उलझ गया था। वीडियो में शराबी युवक ने नशे में प्रधान आरक्षक का बैच तक नोच दिया था। प्रधान आरक्षक से हुए विवाद और बदसलूकी का यह वीडियो वायरल हुआ था। काफी जांच पड़ताल के बीच मामले मे अंबिकापुर कोतवाली पुलिस ने 30 अगस्त की रात धारा 296, 351 व आबकारी एक्ट की धारा 36 (च) के तहत केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गत 25 अगस्त को हुए इस मामले में राजू राजवाड़े वायरल वीडियो में पुलिसकर्मियों से बहस करते नजर आ रहा है और खुद का चेहरा कैमरे से बचाने प्रयास कर रहा है। राजू ने खुद को मंत्री का रिश्तेदार बताते हुए उसने दो मिनट में बस्तर ट्रांसफर कराने की धमकी दी थी।इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर पीड़ित आरक्षक को दूसरे थाना में पोस्टिंग कर दिया गया था। लेकिन सोशल मीडिया में हो रही किरकिरी के बाद फिर से वापस पुलिस चौकी में प्रदस्थ कर दिया गया था।