नई दिल्ली। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में बनीं नई सरकार आए दिन किसी न किसी बहाने भारत पर निशाना साध रही है। इस बार यूनुस सरकार बांग्लादेश में आई बाढ़ के लिए भारत को जिम्मेदार बता रही है। स्थानीय खबर के मुताबिक बांग्लादेश के अंतरिम पीएम मोहम्मद यूनुस की सरकार में कपड़ा एवं जूट मंत्रालय और जहाजरानी मंत्रालय के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने भारत सरकार से नाराजगी जाहिर की।जबकि भारत सरकार पहले ही यह साफ कर चुकी है कि पानी छोड़े जाने में उनकी कोई भूमिका नहीं हैं। यह आरोप बेबुनिया हैं।
बांग्लादेश के मंत्रालय के सलाहकार ने एक तरफ भारत पर बाढ़ का ठीकरा फोड़ा। दूसरी तरफ यह भी कहा कि देश में शेख हसीना सरकार के जाने के बाद कोई राजनीतिक सरकार नहीं होने के चलते राहत और बचाव काम में दिक्कत आ रही है। मौजूदा टिप्पणी शनिवार को कोमिला के बुरिचोंग उपजिला में मॉडल मस्जिद क्षेत्र में सेना द्वारा स्थापित चिकित्सा शिविर का निरीक्षण करने के बाद की गई। हुसैन ने कहा, सरकार ने एक महत्वपूर्ण क्षण में जिम्मेदारी ली है। बाढ़ से प्रभावित लोगों के पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है। चूंकि वर्तमान में कोई राजनीतिक सरकार नहीं है, इसलिए हम इस काम के लिए ठेकेदारों की नियुक्ति करने में विफल रहे हैं। इसलिए, पुनर्वास के प्रयास जल्द से जल्द आगे बढ़ेंगे। सलाहकार हुसैन ने कहा कि यदि भारत ने बांग्लादेश को पहले से सचेत कर दिया होता तो बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता था। उन्होंने कहा, हम इस बाढ़ के लिए तैयार नहीं थे। इस समय बाढ़ आना आम बात नहीं है। हमारे पड़ोसी देश ने कोई चेतावनी जारी नहीं की और अचानक पानी छोड़ दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। हमें उम्मीद है कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। शेख हसीना सरकार के जाने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार भारत विरोधी अभियान को आगे बढ़ा रही है। भारत ही वो देश है जिसने बांग्लादेश को पाकिस्तान के चंगुल से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने मुक्ति वाहिनी का समर्थन किया था। जिसके बाद इंदिरा गांधी ने ईस्ट पाकिस्तान को अलग करवाकर बांग्लादेश का निर्माण करवाया था।