झारखंड। राज्य सरकार ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के जिलिंगगोड़ा स्थित आवास के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों को हटाने का आदेश दिया है। साथ ही उनके बेटे बाबूलाल सोरेन और प्रेस सलाहकार धर्मेंद्र गोस्वामी उर्फ चंचल को दिए गए सुरक्षाकर्मियों को भी हटाने का आदेश दिया है।
इन बदलावों के बावजूद चंपई सोरेन को दिए गए सुरक्षाकर्मी अपनी जगह पर बने रहेंगे और उनकी यात्राओं के दौरान उनके साथ रहेंगे। रिपोर्टों से पता चलता है कि आवास पर तैनात तीन से चार सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है, लेकिन निकट भविष्य में उन्हें फिर से बहाल करने की योजना है।
हेमंत सरकार के इस फैसले से स्थानीय ग्रामीणों में असंतोष फैल गया है। उनका तर्क है कि जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ रखने वाले नेता चंपई सोरेन को अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में ऐतिहासिक महत्व के कारण सुरक्षा जारी रखने की जरूरत है।
हाल ही में चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हुए हैं और पार्टी के साथ उनका जुड़ाव आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिससे भाजपा को अतिरिक्त सीटें हासिल करने में संभावित रूप से लाभ मिल सकता है।