भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में उसे समय भूचाल आ गया जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को नपुंसक बता दिया। बता दे मध्य प्रदेश की राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी पूर्व मुख्यमंत्री ने इस तरह का बयान दिया है।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार को दोपहर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। सुभाष नगर के पद्मनाभ नगर में छतरपुर में हुई घटना को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई गई थी। छतरपुर की घटना पर बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को नपुंसक बताया। उन्होंने यह भी कहा कि शर्मा के नपुंसक होने पर मुझे खेद है। दिग्विजय सिंह ने कहा- वीडी शर्मा मुझे आतंकियों का समर्थक कहते हैं तो उनकी नपुसंकता पर मुझे निराशा होती है, सरकार होते हुए भी कार्रवाई नहीं करते हैं।
वहीं दिग्विजय सिंह के बयान पर जवाब देते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि मैं उनके स्तर की भाषा का उपयोग नहीं कर सकता लेकिन आरक्षण को लेकर जो वो करने की मंशा रखते हैं तो मैं उनके पौरुषत्व को चुनौती देता हूँ। आरक्षण का मुद्दा चुनावी सभाओं से लेकर आज तक जारी है, कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करती रही है उसके नेता इस बात पर जोर देते हैं , कर्नाटक में उनकी सरकार ने मुसलमानों को आरक्षण का लाभ भी दिया, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस बात का समर्थन करते हैं। लेकिन भाजपा का स्पष्ट मत है कि एससी,एसटी,ओबीसी वर्ग का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देने की कांग्रेस की मंशा वो कभी पूरी नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेता जो मुख्यमंत्री रहे हैं, राज्यसभा सदस्य हैं उनके मुंह से ऐसे शब्द शोभा नहीं देते। लेकिन यदि एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देने की कांग्रेस की मंशा का मैं विरोध करता हूँ, तो मुझे ऐसी नपुंसकता मंजूर है। लेकिन मैं उनके पौरुशात्व को चुनौती देता हूँ कि वे अपनी मंशा पूरी करके दिखाएँ।