भोपाल । मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रांग सिस्टम कमजोर होने से भारी बारिश से राहत मिल गई है। शुक्रवार को मंडला और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश हुई। भोपाल समेत ज्यादातर जिलों में में दिन में धूप खिली रही। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अगले 3 दिन तक तेज बारिश का अनुमान नहीं है। इसका कारण लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और मानसून ट्रफ की वजह से एक्टिव स्ट्रॉन्ग सिस्टम का कमजोर होना है। हालांकि, 23 सितंबर से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है। जिसके कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्से में पानी गिरेगा। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश 1 जून से 20 सितंबर 2024 लंबी अवधि के औसत से 16% अधिक बारिश दर्ज की गई है। जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 12% अधिक और पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 19% अधिक बारिश हो चुकी है।
36 डिग्री के पार पहुंचा खजुराहो का तापमान
लगातार हो रही बारिश पर रोक लगने से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। कई दिनों का तापमान भी काफी बढ़ा है। शुक्रवार को खजुराहो में दिन का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल, दमोह, नरसिंहपुर में तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया। भोपाल में पारे में 2.8 डिग्री की बढ़ोतरी हो गई। यह प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा।
लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ कमजोर
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ कमजोर हो गए हैं। इस वजह से अगले 3 दिन तेज बारिश का दौर नहीं रहेगा। 23 सितंबर से नया सिस्टम बनने से फिर बारिश होगी। उन्होंने बताया कि जबलपुर संभाग का मंडला जिला सबसे ज्यादा बारिश वाले जिलों में शामिल है। यहां 57.1 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में 54.1 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं।