भोपाल : सेनेटरी पैड का उपयोग अनेक बीमारियों से सुरक्षा देता है। सभी महिलाओं को पैड का उपयोग करना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए महिलाएँ सेनेटरी पैड के उपयोग की आदत डालें। उक्त आशय के विचार पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने स्वस्थ नारी-स्वस्थ समाज कार्यक्रम के तहत गोविन्दपुरा इन्डस्ट्री क्षेत्र में आयोजित निःशुल्क सेनेटरी पैड वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किए।
राज्य मंत्री गौर ने कहा कि जो बहनें सेनेटरी पैड का उपयोग नहीं कर रही, वह उपयोग करना शुरू करें और पैड के हमेशा उपयोग करने की आदत बनाएं। उन्होंने कहा कि पैड महिलाओं की आदत में आए, इसलिए तीन माह के उपयोग के मान से निःशुल्क पैड वितरित किए जा रहे हैं। राज्य मंत्री गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री जन-औषधि केन्द्र से नाम मात्र की कीमत एक रुपया प्रति पैड पर पैड खरीद सकती हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है। पैड का उपयोग निरोगी काया देता है।
राज्य मंत्री गौर ने कहा कि हर महिला चाहती है कि उसके बच्चे पढ़-लिखकर अच्छे नागरिक बनें। उन्होंने कहा कि परिवार में बच्चों को अच्छे संस्कार देकर संस्कारवान नागरिक बनाना हमारी जिम्मेदारी है। परिवार में बुजुर्गो का भी सम्मान करें। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के संस्कार बच्चों को दें। रामायण के प्रसंगों से राज्य मंत्री गौर ने अच्छे संस्कारों की महत्ता को समझाया। राज्य मंत्री गौर ने कहा कि ईश्वर ने महिलाओं को शक्ति दी है। उन्हें अन्याय और शोषण के विरुद्ध शक्ति का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर बहन-बेटियों के विरुद्ध अत्याचार करने वालों के विरूद्ध सरकार सख्त कार्रवाई करती है। यदि किसी को बहन-बेटियों के विरुद्ध अत्याचार की जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत उसे संज्ञान में लाए। बहन-बेटियों के विरुद्ध अत्याचार नहीं होना चाहिए। राज्य मंत्री गौर ने गणेश पर्व, श्राद्ध पक्ष और नवदुर्गा पर्व का उल्लेख करते हुए सामाजिक संस्कारों की जानकारी दी।
राज्य मंत्री गौर ने कृष्णा सामाजिक सांस्कृतिक संस्था द्वारा सेनेटरी पैड वितरण करने के कार्य की सराहना की। उन्होंने बताया कि संस्था महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने और स्व-रोजगार स्थापित करने में भी सहयोग कर रही है। निःशुल्क पैड वितरण कार्यक्रम में किरण खरे, शिरोमणी शर्मा, ममता विश्वकर्मा, उर्मिला मौर्य, सविता ठाकुर, छाया ठाकुर, लक्ष्मी ठाकुर, साधना तिवारी, चेतना परमार, पूजा यादव, हर्षा पाण्डे, पूर्णिमा सहित हजारों की संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं। कार्यक्रम में बेटियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दीं।