जगदलपुर
शहर के वार्डों में नगर निगम द्वारा कचरा डंपिंग का मुद्दा बढ़ता जा रहा है. रविवार को गंगानगर वार्ड के पार्षद और वार्डवासियों ने गीदम रोड पर कचरा डालकर प्रदर्शन किया. वहीं आज छत्रपति और महाराणा प्रताप देव वार्ड में महीनों से चल रहे विरोध के बाद वार्डवासियों ने वार्ड में कचरा डालने पर वन विभाग के सामने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया. यह जाम लगभग एक घंटे तक रहा, जिससे पूरी तरह से आवागमन बाधित रहा. जाम की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने तहसीलदार को मौके पर भेजा.
तहसीलदार ने आंदोलनकारियों से बातचीत की. इस दौरान पार्षदों और वार्डवासियों ने मांग की कि शहर का कचरा उनके वार्ड में न डाला जाए. तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि अब वहां कचरा डंप नहीं किया जाएगा, जिसके बाद आवागमन की बहाली हुई. हाल के दिनों में वार्डवासियों ने कचरे के कारण गंभीर समस्याएं झेली है. तालाब में डंप किए गए कचरे के कारण पानी इतना दूषित हो चुका है कि नहाने वाले लोगों को त्वचा पर बड़े दाने निकल रहे हैं. कई लोग कचरे की बदबू से बीमार भी हो चुके हैं.
निगम की उदासीनता पर पूर्व विधायक ने जताई चिंता
पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने निगम की उदासीनता पर चिंता जताते हुए कहा कि वार्डवासी परेशान हैं. उन्होंने राज्य सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सोई हुई सरकार को जगाने का कार्य वे कर रहे हैं. जैन ने चेतावनी दी कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आगे भी चक्काजाम और धरने का सहारा लेते रहेंगे. यह मुद्दा न केवल वार्डवासियों के लिए बल्कि पूरे शहर के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुका है. अगर प्रशासन इस पर तुरंत ध्यान नहीं देता तो संघर्ष जारी रहेगा.