भोपाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीब कल्याण मिशन को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार गरीबों को स्व-रोज़गार, सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है। गरीबों को पक्का आवास दिलाने के लिए पीएम आवास (ग्रामीण) योजना का विशेष योगदान है। इस योजना में आवास निर्माण करने में मध्यप्रदेश, देश के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है।
योजना में सभी बेघर परिवारों और कच्चे तथा जीर्ण-शीर्ण मकानों में रह रहे परिवारों को वर्ष 2024 तक बुनियादी सुविधायुक्त पक्का मकान उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। सब के लिये आवास के उद्देश्य को पूरा करने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा योजना में प्रारम्भ से आज तक 36 लाख 25 हजार आवासों का निर्माण किया जा चुका है। समृद्ध पर्यावास के साथ ही हितग्राहियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवास के साथ शौचालय, पेयजल, बिजली, स्वच्छ वातावरण का लाभ भी विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं में दिया जा रहा है।
योजना के बारे में
01 अप्रैल 2016 से भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रारम्भ की गई। सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना 2011 के अनुसार समस्त पात्र हितग्राहियों को आवास स्वीकृत कराया जा चुका है। योजना में भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा 60:40 के अनुपात में वित्तीय पोषण किया जा रहा है। आवास की लागत समतल क्षेत्र में 1,20,000 रूपये प्रति इकाई एवं आईएपी जिलों (अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिण्डोरी, मण्डला, सिवनी, शहडोल, सिंगरौली, सीधी, उमरिया) में 1,30,000 रूपये एवं मनरेगा मजदूरी 90/95 कार्य दिवस प्रति ईकाई है।
प्रदेश में बनाए गए 36 लाख से अधिक आवास
योजना के तहत आगर मालवा में 29506, अलीराजपुर में 75909, अनूपपुर में 56423, अशोकनगर में 42099, बालाघाट 155747, बड़वानी में 94076, बैतूल में 67340, भिण्ड में 11225, भोपाल में 26197, बुरहानपुर में 25091, छतरपुर में 92943, छिंदवाड़ा में 90701, दमोह में 115628, दतिया में 13006, देवास में 45906, धार में 116368, डिंडोरी में 78096, गुना में 72891, ग्वालियर में 13774, हरदा में 18613, होशंगाबाद में 41011, इंदौर में 12166, जबलपुर में 95067, झाबुआ में 84606, कटनी में 105279, खंडवा में 50153, खरगौन में 103161, मंडला में 119917, मंदसौर में 54631, मुरैना में 16520, नरसिंहपुर में 91239, नीमच में 18780, निवाड़ी में 14296, पन्ना में 89512, रायसेन में 90051, राजगढ़ में 119272, रतलाम में 74420, रीवा में 142301, सागर में 149926, सतना में 120190, सीहोर में 50991, सिवनी में 111743, शहडोल में 100039, शाजापुर में 24898, श्योपुर में 38660, शिवपुरी में 53795, सीधी में 81205, सिंगरौली में 85517, टीकमगढ़ में 55916, उज्जैन में 35059, उमरिया में 58058, विदिशा में 95126 इस प्रकार पूरे प्रदेश में 3625044 आवास अभी तक बनाए जा चुके हैं।