दिल्ली में एक नाबालिग से बंदूक की नोक पर जूते चटवाने और यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न करने और जूते चटवाने का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनका पहले भी अपराधिक रिकॉर्ड रहा है. आरोपियों के खिलाफ हत्या और लूट के कई केस दर्ज हैं. वीडियो वायरल होने क बाद पुलिस ने आरोपियों की पहचान की. वायरल वीडियो में दिख रहे आरोपियों की पहचान हरीश भाटिया, पंकज उर्फ माया, अभिषेक उर्फ अमन, और आर्यन के रूप में हुई है. चारों आरोपी जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं. पुलिस ने आरोपियों को वृंदावन से गिरफ्तार किया है.
बंदूक की नोक पर जूते चटवाने और यौन उत्पीड़न
जानकारी के मुताबिक 17 साल का पीड़ित अपने घर लौट रहा था, तभी उसको रास्ते में आरोपियों ने रोक लिया. नाबालिग के साथ आरोपियों ने जबरदस्ती की, उसे घसीटा और पैरों से मारा. उसके बाद आरोपियों ने बंदूक की नोक पर पीड़ित नाबालिग से बंदूक की नोक पर जूते भी चटवाए. नाबालिग को परेशान और अपमानित करने कि लिए उसका यौन उत्पीड़न कर वीडियो बना लिया.
पुलिस की मेहनत और क्राइम ब्रांच की भूमिका
पीड़ित के परिजनों ने मामले की जानकारी जहांगीरपुरी थाने की पुलिस को दी. शिकायत के बाद पुलिस ने मामले को दर्ज कर लिया. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कई बार छापेमारी की लेकिन हर बार आरोप पुलिस की गिरफ्त से बचते रहे. काफी मशक्क्त के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपियों के बारे में जानकारी मिली. पुलिस की टीम को जानकारी मिली कि आरोपी वृंदावन आने वाले है. पुलिस टीम ने वृंदावन से ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बदला लेने की मानसिकता
पुलिस के मुताबिक दो समूहों के बीच का मामला है. दोनों ग्रुप के आरोपी एक दूसरे को नीचा दिखाने कि लिए अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. जिस ग्रुप के आरोपियों ने नाबालिग से जूते चटवाए हैं, उसी ग्रुप के दो आरोपियों पर गोलीबारी हुई थी जिसका बदला लने के लिए नाबालिग के साथ घटना को अंजाम दिया गया.