भारत-बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले में टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजी करने का फैसला लिया है। रोहित शर्मा के इस फैसले ने एक बार फिर से सभी भारतीय फैंस को हैरान कर दिया है। रोहित शर्मा ने बतौर कप्तान कई बार चौंकाने वाले फैसले लिए हैं। उनमें से यह फैसला भी एक है। जिसने 9 साल पुराने एक सिलसिले को तोड़ने का काम किया है। जिससे यह तो तय हो गया है कि रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की मानसिकता को काफी हद तक बदलने का काम किया है।
टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी
रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ जब टॉस जीता तब हर किसी को उम्मीद थी कि भारतीय टीम इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करेगी, लेकिन रोहित शर्मा ने इसके उलट फैसला लेते हुए गेंदबाजी चुनी। उनका यह फैसल हर जगह चर्चा का विषय बन गया। ऐसा हो भी क्यों ना. 9 सालों के बाद किसी भारतीय कप्तान ने टेस्ट क्रिकेट में घरेलू मैदान पर टॉस जीतने के बाद गेंदबाजी करने का फैसला लिया है। आखिरी बार टीम इंडिया ने साल 14 नवंबर 2015 को बेंगलुरु में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी की थी। इस मुकाबले में विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे।
चेन्नई टेस्ट की प्लेइंग 11 के साथ उतरी भारतीय टीम
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मुकाबले के लिए प्लेइंग 11 में एक भी बदलाव नहीं किया है। माना जा रहा था कि रोहित शर्मा इस मुकाबले में तीन स्पिन गेंदबाजों को मौका दे सकते हैं। जिसके कारण ऐसा लग रहा था कि कुलदीप इस मुकाबले में एक्शन में नजर आ सकते हैं। हालांकि रोहित शर्मा ने ऐसा नहीं किया और उसी प्लेइंग 11 के साथ जाने का फैसला लिया जो उन्होंने चेन्नई टेस्ट में चुनी थी। चेन्नई में टीम इंडिया ने बांग्लादेश खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच को 280 रनों से जीता था। ऐसे में टीम इंडिया के पास इस सीरीज में 1-0 की बढ़त है।