बिहार की राजधानी पटना समेत प्रदेश में मानसून के सक्रिय होते ही वर्षा में तेजी आई है। बीते दो दिनों से पटना सहित अलग-अलग स्थानों पर रूक-रूक कर वर्षा होने से मौसम सामान्य बना हुआ है। इसके प्रभाव से अधिकतम तापमान भी सामान्य से नीचे आया है। गुरुवार को पटना के अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री गिरावट के साथ 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 30.4 डिग्री सेल्सियस के साथ वाल्मीकि नगर (पश्चिम चंपारण) में सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया।
14 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार दो अक्टूबर तक पटना सहित प्रदेश में छिटपुट वर्षा की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में वर्षा के आसार है। चार जिलों के सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी व पश्विम चंपारण जिले के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ बहुत भारी वर्षा को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 10 जिलों के गोपालगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सिवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, जमुई और बांका जिले में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा हाल
बीते 24 घंटों के दौरान मधेपुरा के उदयी किशनगंज में सर्वाधिक वर्षा 80.2 मिमी दर्ज किया गया जबकि राजधानी में 34.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। गुरुवार को पटना सहित आसपास इलाकों में रूक-रूक कर बूंदाबांदी होने से मौसम सामान्य बना रहा। लेकिन अब अगला 72 घंटा लोगों पर भारी पड़ने वाला है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों पर मंडराया खतरा
भारी बारिश के चलते एक बार फिर से नदियों में उफान आ सकता है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचने की अपील की गई है। बता दें कि बिहार में बाढ़ से कई जिलों में बुरा हाल बना हुआ है। कई लोगों के घर नदी में बह गए हैं। कुछ लोगों को अब खाने के लिए सरकारी मदद के भरोसे रहना पड़ रहा है।