सरगुजा
जिले के सीतापुर के बहुचर्चित संदीप लकड़ा हत्याकांड मामले में सरगुजा रेंज आईजी अंकित गर्ग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निरीक्षक प्रदीप जाॅन लकड़ा को निलंबित कर दिया है. बता दें कि पुलिस पर हत्याकांड की लीपापोती का आरोप है. इस मामले में 10 दिन पहले ही टीआई निरीक्षक प्रदीप को आईजी ने लाइन अटैच किया था.
संदीप मर्डर केस में अब तक निरीक्षक सहित सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई को चुकी है. आईजी के निर्देश पर विभागीय जांच तेज हो गई है. वहीं इस मामले के मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. संदीप की पत्नी शालीमा राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगा चुकी है. न्याय नहीं मिलने पर दो बच्चों के साथ आत्मदाह की चेतावनी भी दी है.
बता दें कि सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलजोरा में रहने वाले मृतक आदिवासी युवक संदीप लकड़ा तीन महीना से लापता था. परिजनों ने हत्या करने की आशंका जताते हुए थाने में शिकायत दर्ज की थी. आदिवासी समाज के विरोध प्रदर्शन के बाद मामला दर्ज किया गया था. लगभग तीन महीने बाद संदीप लकड़ा के शव को मैनपाट के ग्राम लुरैना में पानी टंकी के नीचे बरामद किया गया था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इस मामले में अब तक आईजी सरगुजा ने निरीक्षक सहित सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है.
मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय और सहयोगी ड्राइवर की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है. अब तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज आदिवासी समाज अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहा है. आदिवासी समाज ने 8 सूत्रीय मांगे रखी है. मांगों के पूरा नहीं होने तक मृतक के शव का अंतिम संस्कार नहीं करने का निर्णय आदिवासी समाज ने लिया है. इसके चलते अब तक संदीप का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है. वहीं संदीप की पत्नी राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर न्याय नहीं मिलने पर दो बच्चों के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दे चुकी है.