किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर किसानों ने बासमती का उचित मूल्य न मिलने के नतीजन आज जिला प्रबंधकीय परिसर में डीसी कार्यालय के समक्ष बासमती को बिखेर कर अपना रोष प्रदर्शन किया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कही ये बात
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान को पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 1200 रुपए प्रति क्विंटल कम मूल्य पर अपनी फसल को बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। पिछले साल करीब 3400 प्रति क्विंटल जब कि इस बार 2200 रुपए प्रति क्विंटल बासमती बेचनी पड़ रही है।
किसानों ने धान गिराकर किया प्रदर्शन
अमृतसर के किसानों को मंडियों में धान का उचित मूल्य ना मिलने के विरोध में अमृतसर जिला प्रबंधकीय कॉम्प्लेक्स के बाहर धान गिराकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य और अन्य किसान शामिल रहे।
किसानों को फसल की लागत भी नहीं मिल रही
फतेहगढ़ चूडियां मंडी में धान बेचने पहुंचे भूपिदर सिंह ने कहा कि किसान को फसल की लागत भी नहीं मिल रही है। बासमती का मूल्य 2200 से 2450 रुपये मिल रहा है, नतीजतन किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर यही आलम रहा तो बासमती भी आलू की तरह सड़कों पर फेंकने की नौबत आ जाएगी। गांव खेरा खुर्द के अमरीक सिंह ने बताया कि सरकारों की नीतियों से किसानों की हालत बद से बदतर हो गई है।