पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में आयोजित इस समीक्षा बैठक के दौरान राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर सचिव दीपक कुमार सिंह ने बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से चलाई जा रही है। विशेष सर्वेक्षण संबंधित जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। पदाधिकारियों के जरिए शिविर लगाकर सर्वे कार्य से संबंधित लोगों की समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाय। इस दौरान भूमि धारकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि भूधारकों को डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिए अधिक समय दिया जाए ताकि कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ ना लगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल कार्यालयों में लंबित म्यूटेशन एवं परिमार्जन के मामलों का तेजी से अभियान स्वरूप निष्पादन सुनिश्चित कराया जाए ताकि भूमि धारकों को समुचित डॉक्यूमेंट्स मिल सके। उन्होंने ये भी कहा कि सर्वे के लिए डॉक्यूमेंट्स का काम म्यूटेशन, परिमार्जन और अभिलेखों के दुरूस्त करने का काम समानांतर तरीके से चलते रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सर्वेक्षण प्रक्रिया का व्यापक प्रचार किया जाए। साथ ही अंचल स्तर पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के लिए समुचित कार्रवाई की जाए। साथ ही उच्च स्तर पर सर्वेक्षण कार्य की सतत निगरानी एवं समीक्षा करते रहने का भी निर्देश दिया। भूमि विवाद राज्य में आपराधिक घटनाओं का मुख्य कारण है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि भू सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर भू-अभिलेखों का अद्यतीकरण कराएं और यह सुनिश्चित करें कि सारे भू अभिलेख डिजिटली भूधारकों को उपलब्ध हो सकें। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ। एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह, निदेशक, भू अभिलेख एवं परिमाप जे. प्रियदर्शिनी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।