राजधानी समेत प्रदेश में बीते तीन-चार दिनों के दौरान अत्यधिक वर्षा होने से मौसम सामान्य बना रहा। प्रदेश के ऊपर धनुषाकार ट्रफ लाइन व चक्रवातीय परिसंचरण के कारण वर्षा में तेजी आई थी। हालांकि, अब मानसून के विदाई का समय आ गया है।
एक जून से 30 सितंबर तक मानसून का समय माना जाता है। प्रदेश में अभी मानसून की वापसी में समय लगेगा। इस कारण कहीं पर हल्की तो कहीं पर बूंदाबांदी की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पटना सहित प्रदेश में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण कुछ स्थानों पर गरज-तड़क के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा के आसार हैं। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण में हल्की वर्षा और मेघ गर्जन के साथ वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
पटना का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस किया गया दर्ज
बीते दिनों में हुई वर्षा से प्रदेश में वर्षा की स्थिति सामान्य के आसपास बना हुआ है। पहले जहां 28 फीसद कमी बताई जा रही थी, वहीं अब 19 फीसद कम वर्षा की स्थिति है। एक जून से 29 सितंबर तक प्रदेश में 987.9 मिमी वर्षा की जगह 798.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
रविवार को पटना सहित आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण कुछ जगहों पर बूदांबादी से मौसम सामान्य बना रहा है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग भागों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई। सीतामढ़ी के ढेंगराघाट में सर्वाधिक वर्षा 135.0 मिमी दर्ज किया गया।
पटना का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस जबकि 35.0 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी में सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया।