धमतरी
जिले के रविशंकर जलाशय गंगरेल में आयोजित दो दिवसीय जल जगार महा उत्सव के दूसरे दिन आज रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों से प्रतिभागियों और दर्शकों का आगमन हुआ. इस दौरान जल ओलंपिक के प्रति लोगों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला. कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कयाकिंग, तैराकी, बनाना राइड, फ्री स्टाइल स्विमिंग, फ्लैग रेस, थ्रो रो और रिवर क्रॉसिंग जैसी गतिविधियों का भरपूर आनंद लिया.
इस मौके पर रायपुर के संजय बच्चानी, अमित गोयल और राकेश ने धमतरी में जल संरक्षण के लिए किए गए सामुदायिक प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज का हर व्यक्ति इसमें योगदान दे सकता है.
प्रतिभागियों ने गिरते भूजल स्तर, पेड़ों की कटाई और मिट्टी के कटाव जैसे मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए भविष्य के लिए जल और पर्यावरण संरक्षण हेतु वॉटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं और पौधारोपण के महत्व पर जोर दिया. बिलासपुर से आए प्रतिभागी वेदांत वर्मा ने बताया कि तैराकी उनका शौक है, और वे जल ओलंपिक में भाग लेकर जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना चाहते हैं. उनका कहना था, “जल है तो कल है.”
रविवार सुबह जल जगार महोउत्सव के हाफ मैराथन में सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे और जल जागरूकता के लिए आयोजित इस विराट आयोजन का हिस्सा बने. रविशंकर जलाशय गंगरेल डैम के मुहाने से शुरू हुई इस हाफ मैराथन को तीन श्रेणियों में आयोजित किया गया . इसमें गंगरेल हाफ मैराथन, एन्डुरन्स रन और वॉकेथॉन शामिल है.
गौरतलब है कि गंगरेल हाफ मैराथन के तहत 21.1 किलोमीटर का मैराथन में 18 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु वर्ग तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी हिस्सा लिये. इसी तरह एन्डुरन्स रन के तहत 10 किलोमीटर का मैराथन में 15 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी शामिल हुए. इसके साथ ही पारिवारिक मनोरंजन के लिए वॉकेथॉन के तहत 5 किलोमीटर का मैराथन में पुरुष और महिला दोनों श्रेणी में लोग हिस्सा लेते नजर आये. ज्ञात हो यह पूरा आयोजन गंगरेल डैम के गेट से लेकर कुकरेल तक आयोजित किया गया और इससे पहले स्वस्थ तन मन के लिए ज़ुंबा करते विभिन्न धुनों पर लोग थिरकते भी नजर आये.