शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिन तक नवदुर्गा की पूजा की जाती है. कई भक्त अपने घर में कलश स्थापना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से माता दुर्गा बेहद प्रसन्न होती हैं. वहीं, हर साल कलश विसर्जन विजयादशमी के दिन किया जाता है. लेकिन, इस साल नवमी तिथि छय रहने के कारण विजयादशमी में ही नवमी तिथि पड़ रही है. ऐसे मे कलश विसर्जन कब करें, इसको लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति है.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और 12 अक्टूबर तक चलने वाली है. वहीं, इस बार एक तिथि क्षय होने के कारण नवमी और दशमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है. इस कारण विजयादशमी के दिन कलश विसर्जन को लेकर भक्तों में संशय है. इसलिए सही मुहूर्त जानना जरूरी है, नहीं तो भूलवश कलश विसर्जन गलत हो सकता है.
12 या 13 अक्टूबर कब होगा विसर्जन?
इस साल दशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर प्रातः 10 बजकर 54 मिनट पर हो रही है. समापन अगले दिन यानी 13 अक्टूबर प्रातः 09 बजकर 08 मिनट पर होगा. कलश और माता दुर्गा प्रतिमा विसर्जन श्रवण नक्षत्र दशमी तिथि के दिन अपराह्न के समय करना शुभ माना जाता है, इसलिए 12 अक्टूबर को ही माता दुर्गा प्रतिमा और कलश विसर्जन शुभ रहने वाला है.
विसर्जन करने का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि कलश और प्रतिमा विसर्जन विजयादशमी के दिन किया जाता है. इस साल 12 अक्टूबर दिन शनिवार को कलश और प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा. विसर्जन करने का शुभ मुहूर्त शनिवार के दिन दोपहर 02 बजे के बाद है, जो बेहद शुभ रहेगा.