इंदौर । इंदौर में रहने वाले एक रूसी एनआरआई, गौरव अहलावत ने कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जेसवानी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि जेसवानी ने उनके साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है और उन्हें तीन दिनों तक बंधक बनाकर रखा।
तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा
अहलावत ने बताया कि इंदौर के कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जेसवानी ने 10 सितंबर को उनकी कंपनी के 99% शेयर्स को नकली दस्तावेजों के जरिए ROC में ट्रांसफर कर अपने नाम करवा लिया। इसके बाद उनका शेयर घटाकर 23% कर दिया गया। इस धोखाधड़ी के बाद कंपनी पर अहलावत के अधिकार सीमित हो गए। अहलावत ने आगे बताया कि 11 सितंबर को जेसवानी ने अपने गार्ड बदल दिए और उन्हें कंपनी में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद, अहलावत को तीन दिनों तक घर में बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उनके लैपटॉप, मोबाइल और सीसीटीवी का डीवीआर भी छीन लिया गया।
जेसवानी ने दी जान से मारने की धमकी
अहलावत ने कहा कि 13 सितंबर को उन्हें वहां से रिहा किया गया और वे एक होटल में जाकर रुके, जिसके बाद उन्होंने वकीलों से मिलकर शिकायत तैयार करवाई। 15 सितंबर को अहलावत ने लसूड़िया थाने में शिकायत दर्ज की, लेकिन उनका कहना है कि अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है। अहलावत ने आरोप लगाया कि जेसवानी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। जेसवानी ने धमकी देते हुए कहा कि तू दिल्ली तक नहीं पहुंच पाएंगा। तेरे 200 टुकड़े कर दिए जाएंगे। इसके बाद अहलावत ने रूसी एम्बेसी से मदद मांगी है। एम्बेसी ने कलेक्टर और पुलिस कमिश्नर को मामले में कार्रवाई करने के लिए मेल भेजा है।
पीएम मोदी से प्रभावित होकर निवेश किया
अहलावत ने बताया कि उन्होंने 2016 में हरियाणा में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन्वेस्टर समिट के दौरान इंदौर में निवेश किया था। उन्होंने कहा कि इस निवेश के माध्यम से उन्होंने कन्फेक्शनरी के क्षेत्र में कदम रखा और संजय जेसवानी के साथ मिलकर एक फैक्ट्री शुरू की, लेकिन कुछ समय बाद जेसवानी ने धोखाधड़ी की। इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। अहलावत ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती है, तो वे भोपाल से दिल्ली तक पैदल यात्रा करेंगे।