यात्री वाहनों में 19 फीसदी की बड़ी गिरावट के बीच इलेक्ट्रिक कारों (ई-कार) की खुदरा बिक्री भी सितंबर, 2024 में मासिक और सालाना आधार पर घटी है। हालांकि, अन्य श्रेणी के वाहनों की बिक्री में करीब 55 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के मुताबिक, सितंबर में देशभर में कुल 5,874 ई-कारें बिकीं। यह आंकड़ा सितंबर, 2023 में बिकीं 6,368 ई-कारों की तुलना में 7.76 फीसदी और अगस्त, 2024 की 6,338 इकाइयों के मुकाबले 7.32 फीसदी कम है।
हालांकि, ई-दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले माह सालाना आधार पर 40.45 फीसदी व मासिक आधार पर 1.74 फीसदी बढ़कर 90,007 इकाई पहुंच गई। ई-तिपहिया वाहनों की बिक्री क्रमशः 9.30 फीसदी व 3.55 फीसदी बढ़कर 62,889 इकाई पहुंच गई। इस दौरान देशभर में कुल 855 ई-वाणिज्यिक वाहन बिके। यह आंकड़ा सितंबर, 2023 की तुलना में 54.61 फीसदी व अगस्त, 2024 से 27.04 फीसदी अधिक है।
बाजार हिस्सेदारी में उछाल
बिक्री घटने के बावजूद ई-कारों की बाजार हिस्सेदारी सितंबर में 0.2 फीसदी बढ़कर 2.1 फीसदी पहुंच गई।
ई-दोपहिया वाहनों की बाजार हिस्सेदारी सालाना और मासिक आधार पर क्रमशः 2.6 फीसदी एवं 0.9 फीसदी बढ़कर 7.5 फीसदी पहुंच गई।
ई-तिपहिया वाहनों की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 59 फीसदी पहुंच गई। ई-वाणिज्यिक वाहनों की भी बढ़कर 1.15 फीसदी पहुंच गई है।
चार प्रमुख वजहें…जिनसे बिक्री में आई गिरावट
फाडा के उपाध्यक्ष साईं गिरिधर ने कहा, सितंबर में ई-कारों की बिक्री कई वजहों से घटी है।
ग्राहकों के पास अधिक विकल्प नहीं है।
सामान्य कारों की तुलना में ई-कारों की कीमत करीब डेढ़ गुना अधिक है।
चार्जिंग स्टेशन की कमी के कारण लोगों में ई-कारों की रेंज को लेकर डर की स्थिति रहती है।
श्राद्ध और पितृपक्ष के साथ भारी बारिश का भी बिक्री पर असर पड़ा है।