भोपाल। राजधानी की कोलार थाना पुलिस टीम ने फर्जी तरीक से बैंक खाता-खरीदने बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। आरोपियो के दो एकांउट से 3 माह के दौरान 5 करोड़ 56 लाख से अधिक की रकम का ट्रांजेक्शन किया गया है। टीआई संजय सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 दिसंबर 2024 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र मंदाकिनी कोलार रोड ब्रांच से सूचना मिली कि एक खाता धारक राहुल श्रीवास्तव उनकी बैंक मे अपना एकांउट बंद करवाने आया है। चैक करने पर सामने आया है कि उसके 2 बैंक खातो से पिछले 2-3 महीने में करीबन 3 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। पुलिस को संदेह हुआ की लेनदेन सायबर ठगी से जुड़ा हो सकता है। संदेह के आधार पर खाता धारक राहुल श्रीवास्तव उर्फ बबलु श्रीवास्तव पिता शांति स्वरूप (42) निवासी चिनार सेवन माईल बोरदा कोलार रोड को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि उसके द्वारा 40 हजार रूपये लेकर घनश्याम सिंगरोले निवासी केलकच्छ उदयपुरा रायसेन को अपने 2 खातो का एक्सेस ट्रेडिंग के लिये उपयोग करने के लिये बेचा था। इसमें लाखो की रकम का ट्रांजेक्शन हो रहा है। लेकिन जब वह बैंक पहुंचा तब उसे पता चला कि उसके द्वारा दिये गये इन दो खातो के अलावा भी राहुल और उसकी पत्नी प्रीति के नाम से दो और खाते राहुल के नाम से तथा और उसकी पत्नी प्रीति के नाम से डीडी के जरिये आनलाईन खोले गये है। लेकिन यह खाते कब खोले गये इस संबध में उसे और उसकी पत्नी को है ही नहीं। राहुल ने संदेह जतायसा की उससे खाते किराये पर लेने वाले घनश्याम ने ही उसके दस्तावेजो एवं खातो का उपयोग कर धोखे से आनलाईन 2 और खाते खोल लिये है, और इनका उपयोग तथा रुप से किया जा रहा है। राहुल ने पुलिस को आगे बताया कि घनश्याम ने उससे कहा था, की यदि वह उसे करेंट अकाउंट खुलवाकर देगा तो उसे लाखो रूपये मिलेंगे। करेट खाते खुलवाने के लिये घनश्याम ने राहूल का संपर्क निकिता प्रजापति पिता निमंतराम प्रजापति (23) निवासी माना बुदनी जिला सीहोर, हाल पता, छत्तीसगढी कालोनी बाग सेवनिया और नितिश शुक्ला पिता दयाशंकर शुक्ला (26) निवासी, थाना रोड बेहङन जिला सिंगरोली, हाल पता, छत्तीसगढी कालोनी बाग सेवनिया से करवाया था। लालच में आकर राहुल ने निकिता प्रजापति व नितेश शुक्ला को दस्तावेज दे दिये थे। इन दस्तावेज के आधार पर घनश्याम, नितिश शुक्ला और निकिता प्रजापति ने मिलकर राहुल की पत्नी प्रीति श्रीवास्तव के नाम से एक फर्जी गुमाश्ता, दुकान का स्थापना का प्रमाण पत्र, सिध्दी इंटरप्राईजेश के नाम से तैयार करवाया। जबकि सिद्धी इंटरप्राईजेस नाम की फर्म वजूद में ही नही है। इस तरह तीनो ने 2 फर्जी खाते खोलकर उनका अवैध रुप से उपयोग करना शुरु कर दिया। जॉच के बाद पुलिस ने आरोपी घनश्याम, नितिश शुक्ला व निकिता प्रजापति के खिलाफ धारा 318(4), 49, 336(3), 61(2) बीएनएस के तहत कायम किया। पुलिस टीम ने आगे की कार्यवाही करते हुए आरोपियो में शामिल निकिता प्रजापति और नितेश शुक्ला को उनके घर छत्तीसगढी कालोनी बागसेवनिया से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूंछताछ मे दोनो आरोपियो ने खुलासा किया की वह एनके इंटरप्राईजेस के नाम से पेनकार्ड, गुमाश्ता, फूड लायसेंस, आईटीआर, जीएसटी आदि बनाने का काम करते है। और इसकी आड़ में फर्जी तरीके से खाते बनाने मे मदद करते हुए अपने और लोगो से खरीदे गये एकांउट को सुनील कुमार काकोङिया और निखिल को बेचकर पैसा कमाते थे। पुलिस ने आरोपियो के कब्जे से 3 कार्ड स्वाईप मशीन, मशीन रोल पेपर, 6 मोबाई, 34 क्रेडिट, डेबिट कार्ड, 20 चैक, 24 चैकबुक, 6 पासबुक, सिम रैपर, 77 सिम कार्ड, 12 एटीएम पिन रैपर, लेपटाप, राऊटर, सहित 8 लाख की नगदी जप्त की है। मामले में खाता धारक राहुल के भी जालसाजी में शामिल होने पर उसे भी गिरफ्तार कर उसके पास से मोबाईल, 2 पासबुक सहित अन्य दस्तावेज जप्त किये गये है। पुलिस अन्य आरोपियो की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।