भोपाल । परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा पर लोकायुक्त और आयकर विभाग की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी है। कार्रवाई के दौरान करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। वहीं, कई नई चीजें भी निकल कर सामने आ रही हैं। सौरभ शर्मा का कालेधन का कारोबार भोपाल ही नहीं मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में फैला है। उसमें कई बड़े रसूखदारों के हिस्सेदारी की बात भी सामने आ रही है। हालांकि, लोकायुक्त पुलिस अभी उन नामों का खुलासा नहीं कर रही है, जांच जैसे जैसे आगे बढ़ेगी वैसे वैसे यह नाम सामने आएंगे। शर्मा के घर मिले बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों के आधार पर उनके मालिकों से भी पूछताछ कर असल मालिक का पता लगाया जाएगा।
लोकायुक्त की छापेमारी में सौरभ शर्मा ललितपुर-राजगढ़ बांध परियोजना में मत्स्य पालन का काम कर रहा है। लोकायुक्त पुलिस ने अब इस काम के लिए पैसा कितना लगाया और वह कहां से आया, इसकी जांच शुरू कर दी है। साथ ही शाहपुरा बी सेक्टर में 20 हजार वर्ग मीटर जमीन पर जयपुरिया नाम से बन रहे स्कूल की जमीन एक समिति के नाम पर है। इसमें उसके साथ काम करने वाले चेतन सिंंह गौर, शरद जायसवाल जैसे लोग भी सदस्य हैं। 2002 में बनी इस समिति की जानकारी भी खंगाली जा रही है।
गाड़ी मेरे नाम पर, उपयोग सौरभ करता है
लोकायुक्त की पूछताछ में उसके साथी चेतन सिंह गौर ने बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार चेतन सिंह गौर ने पूछताछ में कबूल किया है कि गाड़ी उसके नाम पर है, लेकिन उसका उपयोग सौरभ करता था।
परिजनों और परिचितों को भी आरोपी बनाने की तैयारी
अब लोकायुक्त सौरभ शर्मा के घर मिले प्रॉपर्टी के दस्तावेजों के आधार पर उसके परिजनों, कर्मचारियों और अन्य लोगों को भी बेनामी संपत्ति मामले में आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है। लोकायुक्त अब संबंधित लोगों को उनकी आय के स्त्रोत को लेकर पूछताछ करेगी। इसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।
अब तक की जांच में बेशुमार दौलत मिली
बता दें, भोपाल के समीप एक गांव में आरटीओ लिखी और दो हूटर लगी इनोवा कार से इनकम टैक्स की टीम ने 52 किलो सोना और करीब 10 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। यह कार सुनसान इलाके में लावारिस खड़ी हुई थी। कार में मिला सोना और नकदी सौरभ शर्मा का ही होने का शक जताया जा रहा है। अभी तक की जांच में पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के पास से 234 किलो चांदी, 2 करोड़ 85 लाख रुपये नगद, 50 लाख सोने के जेवरात, ब्रांडेड घडियां, हीरे की अंगुठी अलावा कई करोड़ों रुपये की जमीन के दस्तावेज और रजिस्ट्रियां मिली हैं।