जगदलपुर
17 लाख के इनामी पांच नक्सलियों ने अपने संगठन को छोड़कर मुख्यधारा में जुडने की इच्छा जताते हुए मंगलवार को आत्मसमर्पण किया, सभी नक्सली अलग – अलग घटनाओं में शामिल थे जिसमें टोण्डामरका मुठभेड़, सलातोंग मुठभेड़ और साकलेर मुठभेड़ प्रमुख रूप हैं। आत्मसमर्पित नक्सली नक्सली संगठन के पीएलजीए बटालियन नंबर 1 और दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी में अलग- अलग पदों पर लंबे समय से काम कर रहे थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलवाद से तंग आकर 8 लाख के इनामी पीएलजीए बटालियन नम्बर 01 का सप्लाई टीम डिप्टी कमाण्डर और पीपीसीएम मडक्रम पांडू, 5 लाख के इनामी पामेड़ एरिया कमेटी सदस्य व एरिया मेडिकल टीम प्रभारी एसीएम मडकम मासा, 2 लाख के इनामी प्लाटून नम्बर 10 'बी' सेक्शन कमाण्डर कोमरम दूला, एक लाख की ईनामी महिला पीएलजीए बटालियन सदस्या रव्वा भीमे और दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रेस टीम सदस्य व पार्टी सदस्य शेखर उर्फ मुका सोड़ी ने पुलिस के समक्ष बिना हथियार के सरेंडर कर दिया है। इस दौरान आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस व सीआरपीएफ अधिकारियों ने प्रोत्साहन राशि भी दी गई है।
पुलिस के अनुसार मडक्रम पांडू पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 का सप्लाई टीम डिप्टी कमाण्डर और पीपीसीएम के रूप में काम कर रहा था। दिसंबर 2011 से फरवरी 2012 तक ग्राम कन्हाईपाड़ मिलिशिया सदस्य के रूप में काम किया। उसके बाद मार्च 2012 मार्च से 2016 तक पीएलजीए बटालियन सप्लाई टीम पीएलजीए सदस्य रहा। साल 2017 से अप्रैल 2024 तक पीएलजीए बटालियन सप्लाई टीम डिप्टी कमाण्डर/पीपीसीएम की कमान सौंपी गई। मडकम पांडू टोण्डामरका मुठभेड़, दुरमा मुठभेड़, सलातोंग मुठभेड़ और साकलेर मुठभेड़ में शामिल रहा।