बोलीं-लोकसभा चुनाव में मोदी की राजनीतिक और नैतिक हार हुई
नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक बार फिर पार्टी संसदीय दल का प्रमुख नेता चुना लिया गया है। इस मौके पर सोनिया ने नरेन्द्र मोदी पर करारा प्रहार किया और कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी की राजनीतिक और नैतिक हार हुई है और उन्होंने नेतृत्व करने का अधिकार खो दिया है।
पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी को सीपीपी नेता बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसका पार्टी के तीन सांसदों गौरव गोगोई, तारिक अनवर और के. सुधाकरन ने अनुमोदन किया। सीपीपी प्रमुख चुने जाने पर सोनिया ने पार्टी नेताओं का आभार माना और कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में अपनी दृढ़ता का परिचय दिया है। उन्होंने यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की राजनीतिक और नैतिक हार हुई है तथा ऐसे में उन्होंने न सिर्फ जनादेश बल्कि नेतृत्व करने का अधिकार भी खो दिया है।
सोनिया ने कहा कि देश की जनता ने विभाजन की राजनीति और तानाशाही को खारिज करने के लिए वोट किया। जनता ने संसदीय राजनीति को मजबूत करने और संविधान की रक्षा के लिए मतदान किया।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा ऐतिहासिक आंदोलन थे, जिन्होंने पार्टी में हर स्तर पर नई जान फूंकी। राहुल गांधी अभूतपूर्व व्यक्तिगत व राजनीतिक हमलों का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए विशेष धन्यवाद के पात्र हैं। सोनिया के सीपीसी प्रमुख चुने जाने से पहले पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया गया।