नई दिल्ली। केंद्र में एनडीए सरकार बन चुकी है लगभग सभी मंत्रियों को विभाग भी बांटे जा चुके हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और उसके घटक दल में स्पीकर को लेकर पेंच फंसा था लेकिन अब बीजेपी लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास ही रखेगी। 18वीं लोकसभा में भी बीजेपी का सांसद ही लोकसभा स्पीकर बनाया जाएगा।
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने मीडिया की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी सहयोगी दल ने लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए कोई मांग नहीं की है। बीजेपी जल्द ही पहले पार्टी के स्तर पर इस पर विचार करेगी और नाम पर फैसला होने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों के साथ भी विचार-विमर्श कर उस नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगा दी जाएगी।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मध्य प्रदेश की इंदौर से बीजेपी की लोकसभा सांसद सुमित्रा महाजन को और दूसरे कार्यकाल में राजस्थान के कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर बनाया गया था लेकिन इस बार के मोदी के तीसरे कार्यकाल में बीजेपी के पास 2014 और 2019 की तरह लोकसभा में बहुमत नहीं है, इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि टीडीपी लोकसभा अध्यक्ष का पद मांग रही है। कई जगह तो जेडीयू से भी लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने की बात सामने आई, लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने इन खबरों को महज अटकलें बताया।
सूत्रों के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी के इटली दौरे से लौटने के बाद लोकसभा के नए अध्यक्ष के नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बीजेपी पहले पार्टी के स्तर पर लोकसभा के भावी अध्यक्ष का नाम तय करेगी, इसके बाद सहयोगी दलों के साथ उस नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। अगर सहयोगी दल की तरफ से कोई सुझाव या मांग आती है, तो बीजेपी फिर नए फॉर्मूले पर विचार करेगी। 24 जून से शुरू होने जा रहे 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान बीजेपी अपनी पार्टी के किसी सांसद के नाम को लेकर विपक्षी दलों से भी संपर्क साधेगी, ताकि सदन में सर्वसम्मति से लोकसभा के नए अध्यक्ष का चयन हो सके। अगर प्रस्ताव को विपक्षी दल स्वीकार कर लेते हैं, तो चुनाव की नौबत नहीं आएगी। लेकिन विपक्ष अपनी तरफ से उम्मीदवार उतारा है, तो 26 जून को लोकसभा में नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान हो सकता है। दोनों ही सूरत में लोकसभा के नए अध्यक्ष 26 जून को कार्यभार संभाल लेंगे।