भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी के दिन अनंत चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है. हिंदु धर्म मे अनंत चतुर्दशी का खास महत्व है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से जीवन के सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं.
चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश का भी विसर्जन किया जाता है. इसके साथ ही इस दिन अगर जातक कुछ उपाय कर लेते है तो जीवन मे सभी प्रकार की समस्या समाप्त हो जाती है. आईये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं. अनंत चतुर्दशी और पूजा शुभ मुहूर्त कब है?. इस दिन क्या उपाय करना चाहिए?.
क्या कहते है देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन अनंत चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है. इस साल कल यानी 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जायेगा. इस साल अनंत चतुर्दशी के दिन ऐसा संयोग बनने जा रहा है की विश्वकर्मा पूजा के साथ भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि भी है. इसी दिन गणेश प्रतिमा का भी विसर्जन किया जाएगा.
अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 सितम्बर दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से हो रहा है. समापन अगले दिन 17सितम्बर दोपहर 12बजकर 56 मिनट मे हो रहा है. इसलिए उदयातिथि के अनुसार 17सितम्बर को अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाएगा.इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर 11बजकर 34 मिनट तक रहने वाला है.
इस दिन क्या करे उपाय
ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल बताते हैं कि इस दिन सत्यनारायण की कथा अवश्य सुननी चाहिए. उसे दिन भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग लगाना चाहिए .पंचामृत में तुलसी का पत्ता अवश्य डालें. इसके साथ ही इस दिन अनंत डोरा जिसे अनंत सूत्र भी कहते है. इसे भगवान श्री विष्णु के चरणों में अर्पण कर पूजा समाप्ति के बाद अपने बाह मे अवश्य बांधे. ध्यान रहे यह बाए बाँह मे बांधना चाहिए. इससे सारी बधाएं आपसे दूर रहेगी. कभी भी पारिवारिक कलह नहीं होगी. इसके साथ ही संध्या के समय घी और 14कपूर का दीपक जलाकर उसमे 14लोंग डालकर घर के किचन मे रख दे कभी भी दरिद्रता नहीं आएगी.