रायपुर
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा छत्तीसगढ़ में अपराधों पर प्रभावी रोकथाम के लिए दिए गए निर्देश के बाद पुलिस मुस्तैदी से कार्य कर रही है। इसके साथ ही अपराधियों की धरपकड़ भी तेज हुई है। रायपुर जिले के पुलिस द्वारा अवैध नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाई गई विशेष मुहिम "निजात अभियान" के चलते नशे के तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई है। निजात अभियान के तहत नशे के खिलाफ युवाओं में जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है जिसके चलते अवैध नशे के कारोबार और इससे जुड़े अपराधों में कमी आई है इसके साथ ही भारतीय दंड विधान बी एन एस की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज अपराधों में भी पिछले वर्ष की तुलना में 7.9 फीसदी की कमी आई है।
रायपुर पुलिस अधीक्षक द्वारा अगस्त तक जारी आकड़ों के मुताबिक रायपुर जिले में वर्ष 2023 में अगस्त माह तक भारतीय दंड विधान बीएनस के तहत 6125 अपराध पंजीकृत किए गए थे, वहीं 2024 मे इसी अवधि में 5638 अपराध दर्ज हुए हैं। इस तरह पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अपराधों में 7.9 फीसदी की कमी देखी गई है। इसी तरह चाकू बाजी की घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना मे इस वर्ष अगस्त तक 40 प्रतिशत की कमी आयी है। वर्ष 2023 में अगस्त तक रायपुर जिले में चाकूबाजी के 133 प्रकरण दर्ज किए गए थे, जबकि इस वर्ष 79 अपराध दर्ज किए गए हैं। आबकारी और एनडीपीएस में पिछले वर्ष 9970 प्रकरण दर्ज किए गए थे,जबकि इसी अवधि में अगस्त माह तक 10458 प्रकरण दर्ज कर नशे के खिलाफ प्रभावी कारवाई की गई। रायपुर पुलिस द्वारा नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ़ चलाए गए "निजात " अभियान के चलते पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा कारवाई सम्भव हुई है।
रायपुर पुलिस के अनुसार पिछले वर्ष अगस्त तक हत्या एवं हत्या के प्रयास पर 93 प्रकरण दर्ज किए गए थे। इस वर्ष 81 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इस तरह पिछले वर्ष की तुलना में हत्या एवं हत्या के प्रयासों से संबंधित अपराधों में 12.9 प्रतिशत की कमी आयी है। बलात्कार की घटनाओं में भी पिछले वर्ष की तुलना में 11 फीसदी की कमी आयी है। पिछले वर्ष अगस्त तक बलात्कार के 134 प्रकरण दर्ज थे। इस वर्ष 119 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। छेडछाड की घटनाओं मे भी 30 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। पिछले वर्ष अगस्त माह तक 134 प्रकरण दर्ज किए गए थे। इस वर्ष इसी अवधि में 84 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इसी तरह चोरी और नकबज की घटनाओं में 9 प्रतिशत की कमी देखी गई है। वर्ष 2023 में अगस्त माह तक 134 प्रकरण दर्ज थे जबकि इस वर्ष अगस्त तक 1202 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। मारपीट के मामलों में भी पिछले वर्ष की तुलना में 7.9 फीसदी की कमी आयी है।